चित्रकूट
अभाविप जिलाध्यक्ष ने सूचना अधिकार के तहत मांगी सूचनाएं
पौराणिक काल से ही जिले के लोगों को जीवन प्रदान करने वाली पवित्रा मन्दाकिनी को प्रदूषण मुक्त कर उसे वास्तविक स्वरूप में बनाए रखने के लिए अब लोग जागरूक होने लगे हैं। कुछ लोग इसकी साफ-सफाई में जुटे हुए है वहीं कुछ लोग अब यह पता लगाने की जुगत भिड़ाने में लग गए हैं कि इसकी सफाई के लिए शासन से अब तक कितना धन मिला और उस धन का कहां उपयोग हुआ। इसके लिए अ.भ.वि.प. के जिलाध्यक्ष ने जनसूचना अधिकार अनिधिनियम के तहत जिला जन सूचना अधिकारी को पत्रा लिख कुछ बिन्दुओं पर सूचनाएं उपलब्ध कराने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि निर्धारित समय में उन्हें सूचनाएं नहीं मिली तो वे उच्च स्तर से सूचनाएं मांगेगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला अध्यक्ष पद्मनाभ उपाध्याय ने जन सूचना अधिकार अधिकनियम के तहत जिला जन सूचना अधिकारी को रजिस्टर्ड डाक पत्रा भेजा है। जिसमें उन्होंने जिला वासियों को जीवन देने वाली पवित्रा मन्दाकिनी नदी की सफाई के लिए शासन से मिले धन की जानकारी चाही है। इसके अलावा उन्होंने “सीवेज-ट्रीटमेंट प्लांट´´ योजना के तहत जिले को सरकार द्वारा उपलब्ध कराए धन का विवरण देने के साथ-साथ उस धन का कितना उपयोग और कहां उपयोग किया गया यह सूचना उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके अलावा मन्दाकिनी नदी के घाटों की सफाई के लिए सम्बंधित विभागों को मिलने वाले वाषिZक बजट और विभगावार मन्दाकिनी सफाई में खर्च हुए धन का ब्योरा भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर विभाग द्वारा सूचनाएं नहीं उपलब्ध कराई तो वे उच्चस्तर के अधिकारियों को पत्रा लिख इसकी जानकारी करेंगे। यदि फिर भी उन्हें उनके द्वारा मांगी गई सूचनाएं नहीं मिलती तो विद्यार्थी परिषद आन्दोलन कर मन्दाकिनी सफाई के लिए सरकार से मिले धन की पाई-पाई का हिसाब लेगा।